Yashoda Hospital & Bhutani Infra : यशोदा हॉस्पिटल और भूटानी इंफ्रा

Bhutani Infra- Yashoda Hospital collaboration
यशोदा हॉस्पिटल और भूटानी इंफ्रा ने मिलकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भारत का पहला पूर्णतः एआई-सक्षम मिश्रित-उपयोग परिसर विकसित करने की घोषणा की है।
यशोदा हॉस्पिटल और भूटानी इंफ्रा ने मिलकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भारत का पहला पूर्णतः एआई-सक्षम मिश्रित-उपयोग परिसर विकसित करने की घोषणा की
Bhutani Infra- Yashoda Hospital Collaboration
यशोदा हॉस्पिटल और भूटानी इंफ्रा ने मिलकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भारत का पहला पूर्णतः एआई-सक्षम मिश्रित-उपयोग परिसर विकसित करने की घोषणा की है।
इस परियोजना में अस्पताल, खुदरा क्षेत्र, कार्यालय स्थान, SOHO (स्मॉल ऑफिस/होम ऑफिस), सेवित अपार्टमेंट और एक 5-स्टार होटल शामिल होंगे, जो सभी एक आत्म-शिक्षण, जनरेटिव एआई-संचालित पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर संचालित होंगे। 
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं:

एआई-सक्षम अवसंरचना: यह परिसर एक आत्म-शिक्षण, जनरेटिव एआई-संचालित पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में कार्य करेगा, जो वास्तविक समय डेटा प्रणालियों, पूर्वानुमान विश्लेषण और अनुकूलनीय अवसंरचना को एकीकृत करेगा।
पूर्वानुमानित स्वास्थ्य देखभाल: स्मार्ट थर्मल स्कैन, पहनने योग्य उपकरणों और टचलेस वेलनेस कियोस्क के माध्यम से आगंतुकों के स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी, जिससे लक्षण प्रकट होने से पहले ही स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान और रोकथाम संभव होगी।

स्मार्ट वर्कस्पेस और आवास: SOHO उपयोगकर्ताओं और कार्यालय पेशेवरों के लिए स्मार्ट वातावरण प्रदान किया जाएगा जो उपयोग पैटर्न के आधार पर समायोजित होंगे, जबकि निवासी एआई-सक्षम सुविधाओं जैसे अनुकूली जलवायु नियंत्रण, निवारक स्वास्थ्य अलर्ट और जुड़े हुए वेलनेस सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।

Bhutani Infra- Yashoda Hospital collaboration
यशोदा हॉस्पिटल और भूटानी इंफ्रा ने मिलकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भारत का पहला पूर्णतः एआई-सक्षम मिश्रित-उपयोग परिसर विकसित करने की घोषणा की है।

पर्यावरणीय और सामाजिक शासन (ESG) ट्रैकिंग: परियोजना में ESG डैशबोर्ड शामिल होंगे, जो पर्यावरणीय प्रभाव और सामाजिक जिम्मेदारियों की निगरानी और प्रबंधन में सहायता करेंगे।

निर्माण और समयसीमा:

परियोजना का निर्माण जून 2025 में शुरू होने की उम्मीद है और इसे चार वर्षों में पूरा किया जाएगा। यह 1.5 मिलियन वर्ग फुट के क्षेत्र में फैली होगी।

नेतृत्व के विचार:
आशीष भूटानी, सीईओ, भूटानी इंफ्रा: "यह केवल एक रियल एस्टेट परियोजना नहीं होगी—यह भविष्य के लिए डिज़ाइन किया गया एक संवेदनशील वातावरण होगा। हम भौतिक अवसंरचना से आगे बढ़कर ऐसे बुद्धिमान पारिस्थितिकी तंत्र बना रहे हैं जो वास्तविक समय में लोगों की प्रतिक्रिया देते हैं—ऐसे स्थान जो सीखते हैं, वैयक्तिकृत करते हैं और हर दिन बेहतर जीवन में योगदान करते हैं।"

 

डॉ. पी.एन. अरोड़ा, अध्यक्ष, यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स:

“कल की स्वास्थ्य देखभाल लक्षणों की प्रतीक्षा नहीं करेगी—यह पूर्वानुमान लगाएगी, रोकथाम करेगी और प्रतिक्रिया देगी, इससे पहले कि आप जानें कि आपको इसकी आवश्यकता है। यह परिसर उस दृष्टिकोण को सक्षम करेगा, जहां तकनीक और कल्याण वास्तव में अविभाज्य हैं।”

Delhi Pahadganj : दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में 17 मई 2025 को एक निर्माणाधीन इमारत के बेसमेंट की दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति घायल हो गया।

यह परियोजना भारत में एआई-प्रथम शहरी जीवन के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, जो स्मार्ट शहरों और स्वास्थ्य देखभाल के भविष्य के लिए एक मॉडल प्रस्तुत करती है।

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