नोएडा में चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई है। सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल में पहली बार रोबोटिक सर्जरी की सहायता से किडनी प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किया गया। यह सर्जरी म्यांमार के 68 वर्षीय मरीज जॉआ पर की गई, जो क्रोनिक किडनी रोग से पीड़ित थे और जून 2024 से डायलिसिस पर थे।
मरीज के पेट में मोटापा और अन्य जटिलताओं के कारण पारंपरिक सर्जरी में संक्रमण और धीमी रिकवरी का खतरा था। ऐसे में रोबोटिक सर्जरी को प्राथमिकता दी गई, जिससे सटीकता बढ़ी, जटिलताओं का जोखिम कम हुआ, और मरीज की रिकवरी तेजी से हुई। सर्जरी के दौरान केवल 5 सेमी का चीरा लगाया गया, जिससे कम दर्द और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ संभव हुआ।
इस सर्जरी में लगभग 5 घंटे लगे, और मरीज की बहन ने किडनी दान देकर अपने भाई को नया जीवनदान दिया। सर्जरी के आठ दिन बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, रोबोटिक सर्जरी विशेषकर उन मरीजों के लिए लाभदायक है, जो अधिक उम्र या मोटापे से ग्रस्त हैं, क्योंकि यह तकनीक सर्जरी की सटीकता बढ़ाती है और रिकवरी को तेज करती है।
यह उपलब्धि नोएडा में चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भविष्य में और अधिक उन्नत सर्जरी प्रक्रियाओं के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी।
इसके अतिरिक्त, नोएडा में पहली पूर्णतः स्वचालित रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी भी की गई है, जो चिकित्सा क्षेत्र में तकनीकी उन्नति का संकेत है।