प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि यह हमारे पूर्वजों और आने वाली पीढ़ी दोनों के साथ अन्याय है। उन्होंने राज्य को शांति और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मणिपुर का विकास भी आवश्यक है।
प्रधानमंत्री शनिवार को मणिपुर की राजधानी इम्फाल में 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मणिपुर मां भारती के मुकुट पर सजा हुआ मुकुट रत्न है और विकसित भारत के निर्माण में इस राज्य का विकास अत्यंत आवश्यक है | मणिपुर को शांति और विकास की राह पर निरंतर आगे बढ़ाना होगा। मणिपुर हजारों वर्षों पुरानी संस्कृति
आइजोल को दिल्ली से रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली राजधानी एक्सप्रेस को हरी झंडी और गहरी जड़ों वाला प्रदेश है, जिसे मां भारती के मुकुट पर सजा मुकुट रत्न कहा जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हिंसा हमारे पूर्वजों और आने वाली पीढ़ी, दोनों के साथ अन्याय है, इसलिए हमें एकजुट होकर राज्य को शांति और प्रगति की दिशा में ले जाना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मणिपुर के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया है।उन्होंने विश्वास जताया कि ये परियोजनाएं न केवल प्रदेश के लोगों के जीवन को आसान बनाएंगी, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के साथ युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर भी सृजित करेंगी। मोदी ने बताया कि आज जिन परियोजनाओं का काम शुरू हुआ है, उनमें दो बेहद अहम हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मिजोरम की राजधानी आइजोल को रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बरबई से सायरंग तक बनी नयी रेल लाइन पर ट्रेन परिचालन का शुभारंभ करने के साथ ही सायरंग से दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस, सायरंग से कोलकाता और सायरंग से गुवाहाटी जाने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। श्री मोदी मौसम की खराब के कारण समारोह स्थल तक नहीं पहुंच पाये और उन्होंने हवाई अड्डा से आभासी माध्यम से इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। आइजोल से दिल्ली जाने वाली इस राजधानी एक्सप्रेस के शुरू होने के बाद यह पूर्वोत्तर राज्यों की चौथी राजधानी हो गयी है, जो देश की राजधानी से रेल मार्ग से जुड़ गयी। श्री मोदी ने 05609 बरबई से कोलकाता, 05610 सायरंग से गुवाहाटी ओर सायरंग से आनंद विहार टर्मिनल (दिल्ली) के बीच चलने वाली ट्रेनों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सुचना एवं प्रचार ) दिलीप कुमार ने बताया कि बरबई से सायरंग के बीच बनी नयी रेल लाइन पर्वतीय क्षेत्र होकर गुजरी है, इस क्षेत्र में रेल लाइन बनाना बड़ा दुष्कर कार्य था, लेकिन रेलवे के अभियंताओं और कर्मचारियों ने कठिन परिश्रम से यह कार्य पूरा कर दिखाया है। उन्होंने बताया कि इस लाइन पर 45 सुरंगे और 55 बड़े तथा 88 छोटे पुल हैं। पांच रोड ओवर ब्रिज और छह रोड अंडर ब्रिज हैं।











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