पीएम मोदी ने 11,000 करोड़ की दो राजमार्ग परियोजनाएं की शुरू

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के रोहिणी में करीब 11,000 करोड़ रुपये की लागत वाली दो अहम राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, एलजी वीके सक्सेना, केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टमटा और हर्ष मल्होत्रा, दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा मौजूद रहे। कार्यक्रम की शरुआत में नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री मोदी को चंदन की लकड़ी से बनी राधा कृष्ण की मूर्ति देकर स्वागत किया। इसके बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए दिल्ली को मिली तमाम सौगातों के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया में भारत के अग्रणी बनने के लिए उनका धन्यवाद दिया । उन्होंने स्वदेशी तकनीक के उन्नत विकास
का श्रेय भी पीएम मोदी को दिया। पहली राजमार्ग परियोजना द्वारका एक्सप्रेसवे का दिल्ली का हिस्सा है। यह राजमार्ग 10.1 किलोमीटर लंबा है और इसे बनाने में करीब 5,360 करोड़ रुपये लगे हैं । यह राजमार्ग यशोभूमि, मेट्रो की ब्लू और ऑरेंज लाइन, आने वाला बिजवासन रेलवे स्टेशन और द्वारका बस डिपो से जुड़ता है। इसका एक हिस्सा शिव मूर्ति चौराहे से द्वारका सेक्टर-21 तक और दसरा हिस्सा द्वारका सेक्टर-21 से दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर तक बना है। इसका हरियाणा वाला हिस्सा मार्च 2024 में पहले ही शुरू हो चुका है। दूसरी राजमार्ग परियोजना शहरी विस्तार सडक – II ( यईआर- | ) है, जो
अलीपुर से ढिंचाऊ कलां तक जाती है। यह राजमार्ग 33 किलोमीटर लंबा है और इसे बनाने में करीब 5,580 करोड़ रुपये लगे हैं। यह सड़क दिल्ली को बहादुरगढ़ और सोनीपत से जोड़ती है।

पीएम 22 को औंटा घाट – सिमरिया 6 लेन गंगा ब्रिज का करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 22 अगस्त को अपने बिहार दौरे के दौरान औंटा घाट – सिमरिया छह (06) लेन गंगा पुल (ब्रिज) का उद्घाटन करेंगे। विकासशील बिहार का प्रतीक यह पुल मोकामा के औंटा और बेगूसराय के सिमरिया को जोड़ेगा | औंटा सिमरिया पुल की लम्बाई 1.865 किलोमीटर है। पहुंच पथ सहित परियोजना की कुल लंबाई 8. 150 किलोमीटर है। परियोजना की कुल लागत 1,871 करोड़ रूपये है। इस पुल के बन जाने से उत्तर और दक्षिण बिहार की संपर्कता में व्यापक सुधार होगा। यहां पहले से मात्र दो ( 02 ) लेन का रेल -सह- सड़क पुल राजेंद्र सेतु (सड़क – सह – रेल पुल ) था, जिसका शिलान्यास देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने वर्ष 1956 में किया था, जबकि उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और राज्य के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह ने वर्ष 1959 में किया था। पिछले 70 वर्षों में यातायात में हुई वृद्धि के फलस्वरूप यह पुल अब आवश्यकता की पूर्ति करने में सक्षम नहीं रहा था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2015 में बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की थी, जिसके अंतर्गत औंटा घाट से सिमरिया के बीच छह लेन नए गंगा ब्रिज के निर्माण की योजना शामिल थी।

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Will the middle class get relief from the first general budget of Modi 3.0?
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