पटनाः जातीय गणना कराने के लिए केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा अपनी मंजूरी दिए जाने के फैसले का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वागत करते हुए कहा है कि इससे योजनाओं को बनाने में सहूलियत मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा आने वाले समय में जाति जनगणना कराने का फैसला ऐतिहासिक व अत्यंत स्वागत योग्य है! यह उन नेताओं के लिए भी एक सबक है जो जातीय जनगणना का राग तो बहुत अलापते रहे, लेकिन दशकों तक सत्ता में रहने पर भी कुछ किया नहीं।
उन्होंने कहा कि जाति जनगणना कराने से विभिन्न वर्गों के लोगों की संख्या का पता चलेगा जिससे उनके उत्थान एवं विकास के लिए योजनाएं बनाने में सहूलियत होगी। इससे देश के विकास को गति मिलेगी।
जाति जनगणना कराने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का अभिनंदन तथा धन्यवाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में जातीय आधारित जनगणना को मंजूरी देकर देशहित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
मेरी और मेरी पार्टी की एक लंबे अर्से से मांग रही थी कि देश में जातीय आधारित जनगणना कराई जाए , आज इस मांग को स्वीकृति मिल चुकी है। इसको लेकर मैं देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार प्रकट करता हूं।
पिछले कुछ वर्षों में जातीय जनगणना को लेकर मेरे और केंद्र सरकार के बीच कई भ्रांतियां फैलाई गईं। आज का निर्णय इन सभी अफवाहों का स्पष्ट जवाब है। केंद्र सरकार का यह कदम देश के समावेशी विकास की दिशा में एक बड़ा बदलाव लाएगा।
जातीय जनगणना से नीतियों को अधिक न्यायसंगत और लक्षित बनाने में मदद मिलेगी। इससे वंचित तबकों को सशक्त करने की दिशा में ठोस जानकारी और आधार मिलेगा।
जो लोग मोदी सरकार की नीयत पर शक करके जाति जनगणना के मुद्दे पर दिन रात राजनीति करते थे वो अब कौन सा नया पैंतरा अपनाएंगे ये देखना दिलचस्प होगा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार की कैबिनेट द्वारा “जातिगत जनगणना” कराने का निर्णय ऐतिहासिक और क्रांतिकारी कदम है।