रामबनः जम्मू कश्मीर के रामबन में हालात खराब है। अधिकारियों ने बताया कि रविवार को जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने से अचानक बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 5 की मौत हो गई है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर अवरुद्ध हो गया और बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई। शनिवार शाम से ही केंद्र शासित प्रदेश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश, तेज़ हवाएं, बिजली और ओले गिर रहे हैं। कई घर, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बहाली का काम चल रहा है, जो कल की लगातार बारिश, ओलावृष्टि और भूस्खलन के बाद लगातार दूसरे दिन भी बंद है। वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध होने के कारण लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए पैदल यात्रा कर रहे हैं। भारतीय सेना ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर संपर्क बहाल करने के लिए अभियान शुरू किया है।
सड़क साफ करने और उसे बहाल करने में 48 घंटे तक का समय लग सकता है। फंसे हुए यात्रियों को राहत पहुंचाने के लिए बनिहाल, कराचियाल, डिगदौल, मैत्रा और चंदरकोट से त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को तेजी से तैनात किया गया। इस बीच, केआरसीएल, सीपीपीएल और डीएमआर सहित नागरिक निर्माण फर्मों के जेसीबी और भारी उपकरणों ने बाधित राजमार्ग पर सफाई अभियान शुरू कर दिया है। बड़ी संख्या में मकान, दुकानें और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। वहीं 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी और बनिहाल के बीच करीब एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन और मिट्टी धंसने की घटनाएं हुईं जिसके कारण यातायात रोक दिया गया। इससे सैकड़ों वाहन इस मार्ग पर फंस गए हैं। यह 250 किलोमीटर लंबा राजमार्ग कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है।
अधिकारियों ने बताया कि सेरी बागना गांव में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान अकीब अहमद (12), उसके भाई मोहम्मद साकिब (10) और उनके पड़ोसी मुनिराम (65) के रूप में की गई है। अचानक आई बाढ़ में सड़कें बह जाने के कारण कई गांव जिला मुख्यालय से कट गए।
गांव के निवासी मोहम्मद हाफिज ने बताया, ‘‘मैंने अपनी जिदंगी में ऐसा मौसम कभी नहीं देखा। सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने की तेज आवाज से मेरी नींद खुली और कुछ ही देर में मदद के लिए चीख-पुकार मच गई।’’ इन तीन लोगों की मौत होने के साथ ही जम्मू क्षेत्र में पिछले दो दिन में बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है।
इससे पहले, रियासी जिले के अरनास इलाके में शनिवार देर रात आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई थी और एक अन्य महिला घायल हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि धर्म कुंड गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 40 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने बताया कि 10 मकान पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गए और शेष को आंशिक क्षति पहुंची।











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