श्रीनगरः सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में कल हुए जघन्य हमले में शामिल तीन आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। एजेंसियों ने कहा कि ये सभी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं और कम से कम दो विदेशी हैं। जबकि देश इस त्रासदी से निपटने के लिए संघर्ष कर रहा है।
सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादियों का पता लगाने और इस हमले के पीछे की क्रूर योजना का पता लगाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं। प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट ने कल के हमले की जिम्मेदारी ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर पहुंचे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ स्थिति की समीक्षा की। सऊदी अरब में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ दी और वापस आ गए।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा…उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।”
गृह मंत्री शाह ने आज मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी, इससे पहले कि उनके शव घर भेजे जाएं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “भारी मन से पहलगाम आतंकी हमले के मृतकों को अंतिम श्रद्धांजलि दी। भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। इस नृशंस आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों के नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा हैं। उन्होंने बताया कि तीनों आतंकवादियों के कोड नाम भी थे – मूसा, यूनुस और आसिफ और ये तीनों पुंछ में आतंकी घटनाओं में शामिल थे। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में बुधवार को जम्मू क्षेत्र के कई हिस्सों में पूर्ण बंद रहा।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जम्मू शहर के अलावा रियासी, उधमपुर, कटरा, कठुआ और सांबा में भी बंद रहा। जम्मू शहर के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए जिनमें कई प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता युद्धवीर सेठी ने संवाददाताओं से कहा, “हम सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहते हैं ताकि वहां आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया जा सके। हम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और उनके समर्थकों का सफाया हो।”
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना कभी बंद नहीं करेगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। भाजपा के एक अन्य नेता राजेश गुप्ता ने कहा, “हम हत्याओं का बदला लेना चाहते हैं। सुरक्षा बलों को बदला लेना चाहिए।” रियासी में सैकड़ों लोगों ने हमले के विरोध स्वरूप मार्च निकाला और टायर जलाए।
बंद के कारण जम्मू शहर में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। कई नागरिक समाज समूहों और व्यापार निकायों द्वारा आहूत बंद के कारण दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे तथा सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद रहा। कई शैक्षणिक संस्थान बंद रहे और सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति सामान्य से कम रही। जम्मू बार एसोसिएशन ने भी हमले के विरोध में बंद रखा।











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