नई दिल्लीः दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार सुबह राजधानी में भारी बारिश और आंधी के बाद जलभराव की समस्या का निरीक्षण करने के लिए मजनू का टीला का दौरा किया।
पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने भी स्थिति का आकलन करने के लिए मिंटो ब्रिज का दौरा किया। गुप्ता ने कहा कि अधिकारियों और विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं कि जहां भी जलभराव की सूचना मिले, तत्काल कार्रवाई करें।
पुलिस ने बताया कि आज सुबह तेज हवाओं के कारण एक पेड़ उखड़ने से एक मां और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई, जो द्वारका के खरखरी नहर गांव में एक ट्यूबवेल के कमरे पर गिर गया, जहां वे रह रहे थे।
महिला के पति को मामूली चोटें आईं। यह घटना तब हुई जब शहर में शक्तिशाली तूफान आया, जिससे पेड़ गिर गए और बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया। भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जो पहले जारी किए गए रेड अलर्ट से कम है। तस्वीरों में पेड़ उखड़ते और शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव दिखाई दे रहा है, जिससे यातायात धीमा हो गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यात्रियों को सलाह जारी कर घर से निकलने से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जांचने को कहा है, क्योंकि तूफान के कारण परिचालन प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर के लिए गंभीर अलर्ट जारी किया है, जिसमें पूरे क्षेत्र में तेज हवाएं, ओले और संभावित नुकसान की चेतावनी दी गई है। लोगों से घर के अंदर रहने, खिड़कियां और दरवाजे बंद रखने, अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम की स्थिति खराब होने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया गया है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें सुबह पांच बजकर 25 मिनट पर नजफगढ़ के खड़खड़ी नहर गांव में मकान ढहने की सूचना मिली। हमने मौके पर कई दल तैनात किए और मलबे से चार लोगों को निकाला।’’











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