बॉल उठाने गए आठ साल के बच्चे की ट्रांसफॉर्मर में चिपकने से मौत
→ ट्रांसफॉर्मर का गेट खुला होने की वजह से बिजली की चपेट में आया बच्चा
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में 8 साल के बच्चे की बिजली के ट्रांसफॉर्मर में चिपकने से मौत हो गई। वह क्रिकेट की बॉल उठाने गया था। ट्रांसफॉर्मर का गेट खुला होने की वजह से बिजली की चपेट में आ गया। यह देखकर वहां खेल रहे बच्चों ने शोर मचाया।
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शोर सुनकर स्थानीय लोग जुट गए। लोगों ने कड़ी मशक्कत करके उसे ट्रांसफॉर्मर से अलग किया। उसका चाचा उसे गोद में उठाकर हॉस्पिटल के लिए
भागे। पार्क के पास खड़े ऑटो से उसे हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना रविवार को फूल बाग स्थित शंकरपुरी कॉलोनी में हुई। बच्चे की पहचान मो. फहद के रूप में हुई। लोगों का कहना है कि ट्रांसफॉर्मर पार्क में जमीन पर रखा है।उसका गेट काफी दिनों से खुला है । बिजली विभाग से गेट सही कराने की कई बार मांग की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अफसरों की लापरवाही से बच्चे की जान चली गई। विधायक रविदास मल्होत्रा पीड़ित परिवार से मिले। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कॉलोनी के बच्चे रोज की तरह पार्क में खेल रहे थे।
क्रिकेट का बॉल ट्रांसफॉर्मर के पास चला गया। गेट खुला होने के कारण बच्चा ट्रांसफॉर्मर के पास तक पहुंच गया। अचानक तेज झटके के साथ वह उसमें चिपक गया। घटना के बाद पार्क में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर बच्चे को ट्रांसफॉर्मर से अलग किया और तुरंत पास के हॉस्पिटल ले गए। स्थानीय निवासियों में बिजली विभाग के प्रति भारी रोष है। अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फहद के पिता सऊदी अरब में हैं। परिजनों ने फोन करके उन्हें घटना की जानकारी दी। वीडियो कॉल से उन्हें बेटे का चेहरा दिखाया।
इस दौरान फहद क पिता और परिजन रोते-बिलखते रहे। परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया है। स्थानीय पुलिस पोस्टमॉर्टम कराने के लिए दबाव बना रही है। तीन भाइयों में फहद सबसे बड़ा था। उससे छेटे दो भाई फरहान और अजान है। अधिशासी अभियंता हुसैनगंज अनिल भारती बताया कि हुसैनगंज खंड के 33/11 केवी विधानसभा उपकेंद्र के नजरबाग फीडर पर शंकरपुरी कॉलोनी में 400 केवीए ट्रांसफॉर्मर लगा है। उसके चारों ओर बैरिकेडिंग है। आज उसमें एक गेंद चली गयी। 8 साल का बच्चा बैरिकेडिंग का गेट खोलकर गेंद उठाने अंदर चला गया। उसको फ्यूज यूनिट से करंट लग गया। उसकी अस्पताल में मौत हो गई।

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⚡ हादसे का पूरा विवरण
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स्थान: लखनऊ, Phoolbagh Shankarpuri Colony, Hussainganj
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बच्चे की उम्र: लगभग 8 वर्ष
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वास्तविक घटना: वह और उसके मित्र पार्क में खेल रहे थे। बॉल ट्रांसफॉर्मर के पास गिर गई, जो कि 440 kV ट्रांसफॉर्मर था। schlechte / टूटे हुए बैरिकेड के कारण बच्चा उस क्षेत्र में पहुँच गया और करंट लगने से उसकी मौत हो गई
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ट्रांसफॉर्मर सुरक्षा: बैरिकेड टूटा हुआ था और कोई चेतावनी बोर्ड या जाली नहीं थी
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मृतक के परिवार और स्थानीय लोग बिजली विभाग (लेसा) की जिम्मेदारी पर गुस्सा हैं। शिकायतों के बावजूद किसी ने अभद्राचार निवारण की कार्रवाई नहीं की थी
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बिजली विभाग ने तकनीकी रूप से कहा कि ट्रांसफॉर्मर सुरक्षित था और बच्चे ने गेट से प्रवेश किया—लेकिन दृश्य और गवाह रिपोर्टें इस दावे को आसन्न रूप से खारिज करती हैं
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फीडर मैनेजर (अमरजीत) को निलंबित किया गया है, और मृतक के परिवार को मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है https://bbjnewsindia.com/
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🕯️ समाज में प्रभाव और प्रमुख सवाल
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यह घटना स्थानीय नागरिकों में आक्रोश उत्पन्न कर रही है, और लोगों ने मांग की है कि प्रभावित क्षेत्र से ट्रांसफॉर्मर को हटाया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएँ न हों | https://bbjnewsindia.com/
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हादसे ने उच्च-वोल्टेज ट्रांसफॉर्मरों के आसपास सार्वजनिक सुरक्षा मानकों और रख‑रखाव की गंभीर कमी पर प्रश्न खड़े किए हैं।
📌 निष्कर्ष
एक मासूम 8‑साल के बच्चे की मौत इस कदर की लापरवाही के कारण हुई कि आसपास का ट्रांसफॉर्मर पूरी तरह से बेहद असुरक्षित स्थिति में था—बिना बैरिकेड, चेतावनी बोर्ड या रख‑रखाव के। घटना ने सरकार और विद्युत विभाग की सुरक्षा व्यवस्थाओं की नाकामी उजागर की है। स्थानीय लोग मुआवजे और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।https://bbjnewsindia.com/
यदि आप चाहें, तो मैं इस मुद्दे पर निम्नलिखित विषयों पर और जानकारी दे सकता हूँ:
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अन्य प्रदेशों में ऐसे मामले
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ट्रांसफॉर्मर सुरक्षा नियम और दिशानिर्देश
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विद्युत विभाग की जवाबदेही की कानूनी प्रक्रिया











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