22 अप्रैल 2025 को, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन घाटी में एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान गई और 17 से अधिक घायल हुए। इस हमले में मुख्य रूप से हिंदू और कुछ ईसाई पर्यटकों को निशाना बनाया गया।
🕯️ प्रत्यक्षदर्शियों की भयावह गवाही
हमले के चश्मदीदों ने बताया कि आतंकवादी पारंपरिक कश्मीरी पोशाक में थे और उनके पास M4 कार्बाइन और AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार थे। उन्होंने पहले पुरुषों को महिलाओं और बच्चों से अलग किया और फिर पुरुषों से उनका नाम और धर्म पूछा। जो लोग इस्लामी कलमा नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई। कुछ पुरुषों को उनके धर्म की पुष्टि के लिए शारीरिक जांच का भी सामना करना पड़ा।
एक पर्यटक ने बताया कि एक आतंकवादी ने उसकी पत्नी से कहा, “तुम्हें इसलिए छोड़ा जा रहा है ताकि तुम मोदी को जाकर यह सब बता सको।” एक अन्य घटना में, एक ईसाई व्यक्ति को इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह कलमा नहीं पढ़ सका। हमलावरों ने मृतकों के साथ सेल्फी भी ली।
🛡️ स्थानीय लोगों की बहादुरी
स्थानीय पोनी ऑपरेटर सैयद आदिल हुसैन शाह ने पर्यटकों की रक्षा करने की कोशिश की और एक आतंकवादी से बंदूक छीनने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें गोली मार दी गई। उनकी इस बहादुरी को पूरे देश में सराहा गया।
🔍 जांच और कार्रवाई
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हमले की जांच शुरू की है। एक स्थानीय फोटोग्राफर द्वारा पेड़ पर चढ़कर ली गई वीडियो फुटेज और एक आर्मी ऑफिसर की गवाही इस जांच में महत्वपूर्ण सबूत बन गए हैं। सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की और दोषियों को न्याय दिलाने का संकल्प लिया। अमेरिका, ब्रिटेन और चीन सहित कई देशों ने इस हमले की निंदा की है। भारत ने पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंधों को कम कर दिया है और सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया ।